Monday 25 July 2016

किशनगंज में मौलाना, मास्टर, तौसीफ और इस्लाम बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए आगे आये! एक क़ाबिले तारीफ़ कदम

0
पिछले एक हफ्ते से पूर्णिया कमिश्नरी और सीमाँचल के कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं जिसमें किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और कटिहार भी शामिल हैं! इन जिलों से होकर बहने वाली ज़्यादातर नदियाँ जैसे महानंदा, कनकई, डोंक, रतवा और काली खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं हैं और आसपास के गाँवों को बुरी तरह प्रभावित किया है! नदी के किनारे बसे गाँव के साथ-साथ मैदानी इलाकों में भी रहने वाले लोग बाढ़ से ग्रसित हैं! कुदरत की इस भयावाह मार झेल रहे किशनगंज जिले के लोगों को प्रशासन हर संभव सहायता प्रदान करने की कोशिश कर रहा है और जगह-जगह प्रशासन के आला अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ-साथ एसडीआरएफ (State Disaster Relief Force) की टीमें मुस्तैद हैं!





इस मुश्किल घड़ी में जहाँ आम लोग एवं सामाजिक कार्यक्रता एक दूसरे की मदद कर रहे हैं, वहीँ किशनगंज ज़िले में सक्रिय राजनीती से जुड़े नेतागण भी खुलके सामने आ रहे हैं! सांसद मौलाना असरारुल हक़ क़ासमी ने इस शनिवार को किशनगंज जिला मुख्यालय से जिले की विभिन्न भागों का दौरा करके बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करके हालात का जायज़ा लिया! वहीँ किशनगंज के चार विधानसभा छेत्रों किशनगंज, कोचाधामन, बहादुरगंज एवं ठाकरुगंज में भी स्थानीय विधायकों एवं कार्यक्रताओं ने अपने-अपने छेत्रों का जायज़ा लिया! जहाँ कोचाधामन विधायक मुजाहिद आलम ने अपने विधानसभा छेत्र के कई इलाकों का दौरा करके बाढ़पीड़ितों के साथ दुःख-दर्द बाँटा, वहीँ उनके प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी एवं भूतपूर्व विधायक अख्तरुल ईमान भी इस कठिन घड़ी में जनता के बीच नज़र आये! बहादुरगंज विधायक तौसीफ आलम ने भी अपने छेत्र का दौरा करके उनका हाल-चाल पूछा और जरूरी सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया! 

कम-व-बेश ऐसी ही गतिविधयाँ किशनगंज एवं ठाकुरगंज विधानसभा छेत्रों में देखने को मिली जहाँ सत्ता और विपक्ष के नेतागण बाढ़ पीड़ित लोगों के बीच नज़र आए! भयावाह बाढ़ के समय जब किशनगंज जिले के लोग काफी दिकत्तों का सामना कर रहे हैं ऐसे में आम लोगों के बीच नेताओं एवं राजनितिक पार्टियों का पहुँचना वाकई एक क़ाबिले तारीफ कार्य है! साथ-ही-साथ आपसी भाईचारी के लिए मशहूर किशनगंज जिले में इस कठिन घडी में समाज के हर वर्ग ने आपसी मदद के लिए आगे आकर फिर यह साबित कर दिया है कि यह जिला सही माने में "गंगी - जमनी तहज़ीब" की बेहतरीन मिसाल है! आशा है की कुछ दिनों में बाढ़ का पानी मैदानी इलाकों से उतर जायेगा और जिले में स्तिथि सामान्य हो जाएगी! लेकिन आपसी मतभेदों को भुलाकर बाढ़ के समय जिले के मशहूर (प्रमुख) राजनीतिज्ञों ने एकजुटता दिखाई है अगर वह आगे भी जारी रहे तो किशनगंज की कई समस्याओं का हल आसानी से हो सकता है! 

गौरतलब हो की स्थानीय सांसद मौलाना क़ासमी वर्ष 2009 से ही कई बार महानन्दा बेसिन प्रॉजेक्ट (Mahananda Basin Project) के बारे में बयान दे चुके हैं, जिसके अंतर्गत जिले के प्रमुख नदियों को आपस में जोड़कर बाढ़ से बहुत हद तक राहत मिल सकती है! लेकिन कई बर्ष गुजरने के बाद भी महानन्दा बेसिन प्रॉजेक्ट को ज़मीन पर उतारने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने कोई ठोस क़दम नहीं उठाया है! उम्मीद है कुदरती कहर झेल रहे किशनगंज जिले की परिस्थितियों से सबक लेकर आगे सत्ता और विपक्ष के नेतागण एकजुट होकर बाढ़ से जिले को निजात दिलाने के लिए लामबंद होकर स्थायी समाधान ढूढ़ने के लिए कोशिश करेंगे! खासकर महानन्दा बेसिन प्रॉजेक्ट को प्रारंभ करने के लिए सभी राजनीतिज्ञ एक प्लेटफार्म पर आकर आवाज़ उठाएंगे, अगर ऐसा होता है तो यह इस जिले के लिए किसी बड़े सौगात से कम नहीं होगी! https://www.flickr.com/gp/25553232@N08/5811Z9

Author Image
AboutMd Mudassir Alam

Soratemplates is a blogger resources site is a provider of high quality blogger template with premium looking layout and robust design

No comments:

Post a Comment